Monday, January 28, 2013

"एक हौसला नया दिया...."

आपकी इस जीत ने हमको,
एक इतिहास नया दिया,
मंजिल की ओर बढ़ रहे हर राही को ,
एक हौसला नया दिया,
जीतना ही आपकी आदत है,
इस दुनिया को यह बता दिया,
मुट्ठी में आता है कैसे आसमां ,
सबको आज यह सिखा दिया ..
( Dedicated to my friend...)

Saturday, January 19, 2013

"मौसम..."

यादों का भी एक मौसम होना चाहिये ,
हिचकियों को भी तो थोडा आराम चाहिये ..

Friday, January 18, 2013

"याद,,,,"

हो सके तो कोई जाकर मेरी हिचकियों से कह दो,
हर वक्त याद करके कोई मुझे परेशान ना करे ...
ho sake to koi jaakar meri hichkiyon se keh do,
Har vakt yaad karke koi mujhe pareshaan naa kare..
 

Friday, January 11, 2013

कबीरमय .....

आजकल कबीरमय हो गयी है ज़िन्दगी,
ढाई आखर के प्रेम में खो गयी है ज़िन्दगी ...

Tuesday, January 8, 2013

"वो शख्स .."

रूप बदल-बदलकर मुझसे मिलने आता है,
वो शख्स मुझसे ना जाने क्या चाहता है ?
जब भी उससे पूछा उसके आने का सबब,
बस खुशबू की तरह सांसों में घुल जाता है .

Roop Badal Badalkar Mujhse Milne Aata Hai,
Vo Shaks Mujhse Na Jaane Kya Chahata Hai ?
Jab Bhi Usse Poocha Uske Aana Ka Sabab,
Bas Khushoo Ki Tarah Sanson Me Ghul Jaata Hai.

Thursday, January 3, 2013

"खामोश..."

इस बार यह जिद भी करके देखी  जाये ,
किनारे भी तो कभी लहरों से मिलने आयें .
चलो इस बार यह भी करके देखा जाये ,
"खामोश" रहकर ही सब कुछ कहा जाये .

Is baar yeh zid bhi karke dekhi jaaye,
Kinare bhi to kabhi lehron se milne aaye,
Chalo is baar yeh bhi karke dekha jaaye,
Khamosh rehkar hi sabkuch kaha jaaye.