I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
Wednesday, July 27, 2011
"इस शहर के लोग मुझे...."
"इस शहर के लोग मुझे, प्यार बहुत करते हैं। जब भी मिलते हैं मुझसे, खुले दिल से मिलते हैं। क्यों ना करूँ मैं हर पल , अब ख्याल उन सबका, अच्छे लोग इस दुनिया में, बड़ी मुश्किल से मिलते हैं। "
vah bahut kub
ReplyDeletekyea baath hai
Shukriya Vidhya Ji....
ReplyDeleteThanks a lot Sushma ji...
ReplyDelete