Saturday, May 14, 2011

"मुझको बहुत रुलाने वाले हैं..."

कुछ बादल आये तो हैं ।
आसमान में छाये तो हैं।
बारिशों के मौसम आने वाले हैं,
मुझको बहुत रुलाने वाले हैं।
क्योकिं ,
बारिशों के मौसम में भीगना,
मुझे यूँ अच्छा लगता है,
हम कितना भी रो लें,
किसी को क्या पता चलता है।

8 comments:

  1. @ Sushma Ji :
    Aapka Bahut-Bahut Shukriya.....
    Kash Yeh Barish Kabhi Na Ruke...

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  2. खूबसूरत एहसास...खूबसूरत भाव

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  3. @ Veena Ji : Aapka Hraday Se Abhaar...

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  4. @ Vivek ji : Welcome to my Blog .... Thanks for your heartfelt words...

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  5. @ Apanatva Ji: Bas Yahi Sach Hai....Barish To Ruk Bhi Jati Hai... Magar...

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