Monday, January 31, 2022

"फासले.."

ज़िन्दगी के हर कदम पर,
"शलभ" अकेले ही रहे।
यूँ तो साथ चलते रहे तुम,
दिल में मगर फासले ही रहे।  

"एक कोशिश.."

गिर गए तो क्या, उठ तो सकते हैं। 
उठ गए तो फिर, चल तो सकते हैं। 
हार गए तो क्या, फिर जीत तो सकते हैं।
एक कोशिश करके, देख तो सकते हैं। 

Tuesday, January 25, 2022

"अफसाना.."

बीते लम्हों की यादें सहेजकर,
सारे किस्से बस शायराना लिख। 
ज़िन्दगी के कोरे कागज पर,
खूबसूरत सा अफसाना लिख।  

"कश्ती भंवर से.."

लहरों की भी हम कहाँ सुनते हैं,
बहुत मुश्किल है हमको समझाना। 
निकाल लाते हैं कश्ती भंवर से,
हम जानते हैं तूफानों से टकराना।  

"आसमां तू सच बता.."

आसमां तू सच बता,
दिल की बात मत छुपा,
बता तू तन्हा है कि नहीं। 
लोगों से सुना है मैंने,
होता है जो ऊंचाई पर,
जीता है एकाकी जीवन। 

Friday, January 14, 2022

"चुनाव .."

हम हैं नेता मतलबी,
हम से कुछ ना बोलिये। 
जब चुनाव आये करीब,
हम इधर से उधर हो लिए। 

Tuesday, January 4, 2022

"ना जाने क्यों ?"

ना जाने क्यों ?
छूट जाता है,
अक्सर,
मोबाइल,
बाइक की चाबी,
चश्में का केस,
और,
किसी का साथ,
मेरे हाथों से। 

Monday, January 3, 2022

"कुछ फ़ोन.."

कुछ फ़ोन अब आते नहीं,
कई फ़ोन मैं उठाता नहीं। 
समुन्दर की लहरों पर,
अब घर मैं बनाता नहीं।