I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
Wednesday, March 28, 2018
Sunday, March 18, 2018
"चतुर्थ पुण्यतिथि पर.."
आज, पूज्य पापा जी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर हम सभी उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। आपका आशीर्वाद और प्यार, हम सबको जीवन के कठिन पलों में भी धैर्य और हौसला बनाये रखने की शक्ति प्रदान कर रहा है।
घर अब खाली सा लगता है । घर में नहीं, अब मन लगता है ।
आपका जीवन दर्शन, हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। आपको शत-शत नमन !
घर अब खाली सा लगता है । घर में नहीं, अब मन लगता है ।
Wednesday, March 7, 2018
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