Wednesday, March 28, 2018

मेरी एक कविता "माँ" !

"कौतुहल" राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका के मार्च 2018,
के अंक में प्रकाशित मेरी एक कविता "माँ" ! 
माँ , एक बार फिर से मुझको ,
लोरी सुनाकर , सुला जाना। 
(शलभ गुप्ता)



Sunday, March 18, 2018

"चतुर्थ पुण्यतिथि पर.."

आज, पूज्य पापा जी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर हम सभी उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।  आपका आशीर्वाद और प्यार, हम सबको जीवन के कठिन पलों में भी धैर्य और हौसला बनाये रखने की शक्ति प्रदान कर रहा है।
आपका जीवन दर्शन, हम सभी के लिए एक प्रेरणा है। आपको शत-शत नमन ! 

घर अब खाली सा लगता है । घर में नहीं, अब मन लगता है ।




Wednesday, March 7, 2018

मेरे मन की बात: पंछियों के साथ - फरवरी 2018

"कौतुहल" राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका के फरवरी 2018 के अंक में प्रकाशित,
 मेरे मन की बात: पंछियों के साथ।