Tuesday, December 26, 2023

"रिश्ते संभालते रहिये.."

कभी कभी अपनों से, 
मुलाकातें भी करते रहिये,
मिलना ना हो अगर, 
तो कभी कभी, 
बातें ही करते रहिये। 
और बातें ना हों अगर, 
तो मैसेज ही करते रहिये। 
रिश्ते सहेजते रहिये। 
और हाँ, कई दिनों से अगर,
बातें नहीं भी हुई तो क्या ?
कभी खुद भी कर लीजिये।
रिश्ते संभालते रहिये।
रिश्ते सहेजते रहिये। 
वर्ना अकेले रह जायेंगे। 

"बदलते रिश्ते .."

बहुत सारी बातें,
बातों में कहानियां,
कहानियों में,
आने वाले कल की,
फिर ढ़ेर सारी बातें।  
फिर ना जाने क्यों,
कब और कैसे ?
बातों से रह गए शब्द,
फिर शब्दों से, 
रह गए बस इमोजी। 
अब इमोजी से,
रह गया  only seen,
कितने बदल गए हम,
कितने सिमट गए हम।