Friday, February 22, 2013

"तन्हा सफ़र ..."

कुछ इस तरह खुद को सजा दी हमने,
दोस्तों के शहर में अजनबी बनकर जिया हमने,
मुस्कराते रहे लब  अश्कों को पिया हमने,
तन्हा ही यह सफ़र तय किया हमने !

Tuesday, February 12, 2013

"एक नन्हीं सी परी .."

आसमान से, एक नन्हीं सी परी घर में आयी है।
अपने संग-संग, खुशियाँ हज़ार लायी है।
मुस्कराहटों के फूलों से महकता रहे आँगन,
किलकारियों की सरगम से ,
गुंजायमान हो गया  घर का आँगन,
श्रीकांत और प्रियंका के लिए,
वो नन्हीं सी प्यारी गुडिया,
खुशहाल लम्हों की असीम सौगात लायी है।
शुभकामनायें और शुभ आशीर्वाद है हमारा ,
ऐसा लगता है वो लाडली बिटिया ,
मानों , हमारे ही घर आयी है।
सारे परिवार को हम सब की ओर से ,
लख-लख बधाई है।

Friday, February 8, 2013

"शिकवे-शिकायत ..."

हज़ार गम हैं ज़िन्दगी में,
किसी से शिकवे-शिकायत क्या करो ?
दुनिया लगे जब अजनबी सी,
खुद से बातें किया करो ।

Monday, February 4, 2013

"एक नया सवेरा .."

होगा ज़रूर एक नया सवेरा थोड़ी रात अभी बाकी है,
मेरी कलम में उम्मीदों की रोशनी अभी काफी है।