कुछ इस तरह खुद को सजा दी हमने,
दोस्तों के शहर में अजनबी बनकर जिया हमने,
मुस्कराते रहे लब अश्कों को पिया हमने,
तन्हा ही यह सफ़र तय किया हमने !
दोस्तों के शहर में अजनबी बनकर जिया हमने,
मुस्कराते रहे लब अश्कों को पिया हमने,
तन्हा ही यह सफ़र तय किया हमने !
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