Wednesday, March 28, 2018

मेरी एक कविता "माँ" !

"कौतुहल" राष्ट्रीय हिंदी मासिक पत्रिका के मार्च 2018,
के अंक में प्रकाशित मेरी एक कविता "माँ" ! 
माँ , एक बार फिर से मुझको ,
लोरी सुनाकर , सुला जाना। 
(शलभ गुप्ता)



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