Saturday, December 4, 2021

"वक्त..."

कुछ इस तरह से,
ज़िन्दगी का सफर,
तय किया  मैंने।  
मुझे रोक कर रखा,
वक्त ने अक्सर,
मगर आज देखो,
वक्त को ही,
रोक दिया मैंने।  

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