"जख्म कितना भी गहरा सही,
दर्द तो बस छुपाना है।
हमें हर हाल में मुस्कराना है ।
वक्त , हर समय नहीं रहता एक सा....
हर मौसम आना - जाना है।
हमें हर हाल में मुस्कराना है ।
निराश होने से कुछ नहीं हासिल,
जो सह गया काटों की चुभन को,
"गुलशन" उसका हो जाना है।
हमें हर हाल में मुस्कराना है ।"
"गुलशन" उसका हो जाना है।
ReplyDeleteहमें हर हाल में मुस्कराना है ।"बिलकुल सही कहा आपने.....
Shukriya.. Ek Hi Jeevan Hai...Aur Muskarate Hue Hi Jeena Hai...
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