Friday, June 29, 2018

"इन बारिशों के मौसम में ..."

तुम भीगना इस बार बारिशों में,
मुझे नहीं भीगना है। 
मुझे तो ढेर सारे पौधे लगाने हैं ,
इन बारिशों के मौसम में।

@ शलभ गुप्ता


1 comment:

  1. वाह ... क्या बात है ...
    गहरे शब्द ... कमाल की रचना ...

    ReplyDelete