I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
"शून्य" हो गया हूँ। गहरी रचना ,बहुत खूब
gahre bhavo kee satahee abhivykti bahut asar chod gayee........Aabhar...........
कोई किसी तरह से शून्य होता है और कोई किसी तरह से, एक क्षण शून्य तो सभी को होना ही है!
जोड़ घटाव, गुणा भाग ये सब दुनयावी बातें हैं और शून्य है चिरंतन सत्य...बहुत दिनों बाद मुलाक़ात ही आपसे..शानू के विषय में पहली बार जाना... कुछ भी कहना मेरी सम्वेदना को हल्का करेगा इसलिए मेरा आशीर्वाद …उसके ज्ञान की ज्योति विश्व भर में फैले..
"शून्य" हो गया हूँ।
ReplyDeleteगहरी रचना ,बहुत खूब
gahre bhavo kee satahee abhivykti bahut asar chod gayee........
ReplyDeleteAabhar...........
कोई किसी तरह से शून्य होता है
ReplyDeleteऔर
कोई किसी तरह से,
एक क्षण शून्य तो
सभी को होना ही है!
जोड़ घटाव, गुणा भाग ये सब दुनयावी बातें हैं और शून्य है चिरंतन सत्य...
ReplyDeleteबहुत दिनों बाद मुलाक़ात ही आपसे..शानू के विषय में पहली बार जाना... कुछ भी कहना मेरी सम्वेदना को हल्का करेगा इसलिए मेरा आशीर्वाद …उसके ज्ञान की ज्योति विश्व भर में फैले..