Monday, September 12, 2011

"एक नयी कहानी लिखेंगें ज़रूर .."

गुलशन, गुलज़ार है कलियों से...
फूल खिलेंगे ज़रूर।
यकीन है पूरा मुझको,
ब्लॉग के सब साथी ,
एक दिन मिलेंगें ज़रूर।
अपनेपन का अहसास लिये,
फूलों की नाज़ुक कलियाँ,
सब मिल कर,
एक नयी कहानी लिखेंगें ज़रूर ।
खिल जाएँ फूल,
तो आप सब , बस इतना करना।
उन फूलों को संभाल कर,
अपने दिल की किताब में रखना।
यकीन है पूरा मुझको,
ता-उम्र उस किताब से,
खुशबू आयेगी ज़रूर।

4 comments:

  1. सब मिल कर,
    एक नयी कहानी लिखेंगें ज़रूर । जरुर लिखंगे कहानी... बहुत ही अच्छी रचना....

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  2. Shukriya Sushma Ji.... Aap Sab Ki Baato Se Ek Naya Hausla Milta Hai...

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  3. गुलशन, गुलज़ार है कलियों से...
    फूल खिलेंगे ज़रूर।
    यकीन है पूरा मुझको,
    ब्लॉग के सब साथी ,
    एक दिन मिलेंगें ज़रूर।

    जरुर मिलेगे --अगर दिल में हसरत हो तो ..

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  4. Darshan Kaur Ji : I am Sure, All of us will meet at some day.....Regards...

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