[१]
बारिशों में भीगकर मुंबई सयानी हुई,
जैसे किसी के प्यार में दीवानी हुई !
[२]
पायल में घुँघरू छनकते हैं जैसे,
आसमां से बूँदें बरसती हैं ऐसे !
( शलभ गुप्ता "राज")
बारिशों में भीगकर मुंबई सयानी हुई,
जैसे किसी के प्यार में दीवानी हुई !
[२]
पायल में घुँघरू छनकते हैं जैसे,
आसमां से बूँदें बरसती हैं ऐसे !
( शलभ गुप्ता "राज")
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