Monday, December 12, 2016

"चाँद ..."

होंगें कई चाँद और आसमानों में,
एक भी चाँद नहीं मेरे आसमान में।
कह दो "राज" तुम उनसे जाकर,
बिना नीर के बादल हैं मेरे आसमान में।

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