Thursday, November 24, 2022

"ऐ ज़िन्दगी.."

ऐ ज़िन्दगी, अब ज़रा हौले हौले चल। 
बरसों बाद, अब मिले सुकून के पल। 
अभी ठहर, संभल, फिर धीरे धीरे चल। 
बड़े एहतियात से, खर्च करना अब पल। 

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