Tuesday, November 29, 2022

"जीवन के खाते.."

मिली हैं किश्तों में, अब मुझको साँसें। 
बहुत हो गईं अब, इस जमाने से बातें। 
संभालकर चलाने हैं, जीवन के खाते। 
खुद से करनी है अब, ढेर सारी  बातें। 

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