एक दिन अपने दिल से होकर नाराज़,
बातों-बातों में हमने उससे कह दिया।
ऐ दिल ना परेशान कर, और धडकना छोड़ दे।
बातों-बातों में हमने उससे कह दिया।
ऐ दिल ना परेशान कर, और धडकना छोड़ दे।
दिल बोला बड़े इत्मीनान से ,
छोड़ दूंगा मैं उस दिन धडकना
"शलभ" प्यार करना, तू जिस दिन छोड़ दे।
छोड़ दूंगा मैं उस दिन धडकना
"शलभ" प्यार करना, तू जिस दिन छोड़ दे।
© ® शलभ गुप्ता
29 सितम्बर 2017
विश्व हृदय दिवस की आप सभी को बधाई।
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