Sunday, November 21, 2021

"कोरे पन्ने .."

 
रोज़  डायरी लिखता हूँ में,
तुम्हारी यादें तुम्हारी बातें। 
तुम कहते हो कोरे पन्ने हैं सारे,
शायद तुमने गौर से देखा ही नहीं। 
भीगे हैं डायरी के पन्ने सारे,
आंसुओं से बने  हैं शब्द सारे। 

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