Sunday, November 21, 2021

"अंतर्राष्टीय पुरुष दिवस.."

हमारा क्या है साहब,
हम तो बस पुरुष हैं। 
कोई नहीं मनाता हमारा दिन,
हम तो खुद भी नहीं मनाते हैं। 
आप तो सब जानते हैं,
गरीब का कोई दिन नहीं होता। 

(अंतर्राष्टीय पुरुष दिवस पर, 
दिनांक १९ नवम्बर २०२१ को लिखी)

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