Friday, October 11, 2019

माँ, तुम कहाँ हो ?

माँ, तुम कहाँ हो ?
मैं जानता हूँ आप,
कई वर्ष पहले हम सबसे,
बहुत दूर चले गए हो।
जाड़े का मौसम आने को है।
तुम तो जानती हो माँ, 
मुझे बाज़ार की चीजें पसंद नहीं।
चाहे सपनों में ही आ जाना,
अपने हाथों से मेरे लिए,
एक "स्वेटर" बन जाना।  

No comments:

Post a Comment