I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
Tuesday, May 18, 2010
"इस शहर के लोग मुझे ......"
"इस शहर के लोग मुझे, प्यार बहुत करते हैं। जब भी मिलते हैं मुझसे, खुले दिल से मिलते हैं। क्यों ना करूँ मैं हर पल , अब ख्याल उन सबका, अच्छे लोग इस दुनिया में, बड़ी मुश्किल से मिलते हैं। "
अरे वाह ! बेहतरीन वाकई में.."
ReplyDeleteवाह बहुत खूब....अभी भी अच्छे लोग हैं....और आप भी खुशकिस्मत हैं...
ReplyDeleteवैसे अच्छे लोगों को सभी अच्छे लगते हैं
ये तो सच है ... अच्छे लोग मुश्किल से मिलते हैं ...
ReplyDeleteबहुत लाजवाब कहा है आपने ...