आसमान से,
एक नन्हीं सी परी घर में आयी है।
अपने संग-संग,
खुशियाँ हज़ार लायी है।
मुस्कराहटों के फूलों से ,
महकता रहे आँगन,
किलकारियों की सरगम से ,
सुरमय रहे घर का आँगन,
मनोज जी और अंजुली जी के लिए,
वो नन्हीं सी प्यारी गुडिया,
खुशहाल लम्हों की असीम सौगात लायी है।
शुभकामनायें और शुभ आशीर्वाद है हमारा ,
ऐसा लगता है वो लाडली बिटिया ,
मानों , हमारे ही घर आयी है।
सारे परिवार को मेरी ओर से ,
लख-लख बधाई है।
सुन्दर रचना..."
ReplyDeleteये नन्ही परी जिसके घर भी आई है...उसको बहुत सी शुभकामनायें....और आपकी कविता बहुत अच्छी लगी
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