Monday, November 6, 2023

"खुशियाँ .."

भले ही,
अकेले रहना,
सुहाता हो। 
साथ, 
किसी का,
मन को,
ना भाता हो। 
फिर भी,
जीने के लिए,
खुद ही,
ढूढ़ने पड़ते हैं,
मुस्कराने,
के बहाने। 
क्योंकि,
खुशियों का,
कोई,
गूगल मैप,
नहीं होता।  
(कवि : शलभ गुप्ता)

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