Thursday, November 16, 2023

"आंसू.."

कल शाम,
मेरे शहर में हुई, 
बारिश से,
उधार ली हुई बूँदें,
मेरे बहुत काम आयीं।
मेरी पथराई,
आँखों के वास्ते,
आंसू बनाने के काम आयीं। 

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