Friday, November 24, 2023

"ना जाने क्यों ?"

कभी,
ऐसा भी होता है,
कि, 
किसी पर, 
लिखी कविता,
हम सारी दुनिया को,
सुना आते हैं। 
मगर,
बस उसी को,
नहीं सुना पाते,
जिस पर,
कविता लिखी है।

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