Saturday, July 3, 2021

"कुछ पंक्तियाँ ...."

[१]
धीरे धीरे मेरे दिल से, अब बहुत दूर हो गए हैं। 
शहर के अपने कुछ लोग, अब अजनबी हो गए हैं। 
[२]
कुछ लम्हों को यादगार करके देखते हैं। 
चलो आज, हम भी मुस्करा देखते हैं। 
[३]
पुरानी  बातों को, भूलाकर देखते हैं। 
चलो आज फिर मुस्कराकर देखते हैं। 


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