Wednesday, July 21, 2021

"मेरी ज़िन्दगी आजकल.."

मेरी ज़िन्दगी आजकल,
बहुत हैरान कर देती है मुझे। 
दो कदम आगे चलता हूँ,
चार कदम पीछे कर देती है मुझे। 
यूँ तो मील के पत्थर भी जानते हैं,
और रास्ते के संकरे मोड़ भी मुझे। 
ना जाने क्यों दूर हो जाती हैं मंजिलें,
फिर शुरू से चलना पड़ता मुझे।  

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