I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
Tuesday, November 16, 2010
"मत सुनो आज कोई कविता मुझसे...."
मत सुनो आज कोई कविता मुझसे,
सिर्फ़ ख़ुद से ही बांतें करने दो
क्यों सुनाता हूँ मै कविता तुम्हें,
ख़ुद से आज पूछने दो
कभी- कभी लगता है,
प्रश्नों की किताब है ज़िन्दगी
जिंदगी के सारे प्रश्नों को ,
आज मुझसे हल करने दो,
ना जाने कैसी यह किताब है जिंदगी की ?
सारे प्रश्न हल भी ना हो पाते है,
कुछ नए प्रश्न हर बार जुड़ जाते हैं
कहाँ से आते है यह प्रश्न ,
किस्सा सारा आज मुझे समझने दो
मत सुनो आज कोई कविता मुझसे,
सिर्फ़ ख़ुद से ही बांतें करने दो
यहाँ छोटे प्रश्नों के उत्तर भी ,
पूरे विस्तार से लिखने होते हैं
खाली स्थान वाले प्रश्नों मै भी ,
सही शब्द ही भरने होते हैं
यूँ तो आने वाले नए प्रश्नों के भी ,
सारे उत्तर हैं मेरे पास ...
मगर पहले ,
अधूरे प्रश्नों को आज मुझे हल करने दो
मत सुनो आज कोई कविता मुझसे,
सिर्फ़ ख़ुद से ही बांतें करने दो ।
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खूबसूरत अभिव्यक्ति ....
ReplyDelete@ Sangeeta ji : Kabhi-kabhi khud se bhi baaten karni zaroori hain...
ReplyDeleteयूँ तो आने वाले नए प्रश्नों के भी ,
ReplyDeleteसारे उत्तर हैं मेरे पास ...
मगर पहले ,
अधूरे प्रश्नों को आज मुझे हल करने दो
मत सुनो आज कोई कविता मुझसे,
सिर्फ़ ख़ुद से ही बांतें करने दो
खूबसूरत भाव
http://veenakesur.blogspot.com/
@ Veena ji : Aapka Hradey se Abhaar... Zindagi har din ek naya sawaal lekar aati hai....
ReplyDeleteBahut Sahi hain Shalabh Jee, THEHRAV zindagi main zaroori hain , thodi saans le lo , thoda ruk jao .tej dhoop main chalne ke baad ped ki chaanv main thodi de khude se batein kar lein ....samajh lein ..kyon hain ye bhagam bhag
ReplyDeleteSundar Chitran , humesha ki tarah innocent ::))
Bahut Sahi hain Shalabh Jee, THEHRAV zindagi main zaroori hain , thodi saans le lo , thoda ruk jao .tej dhoop main chalne ke baad ped ki chaanv main thodi de khude se batein kar lein ....samajh lein ..kyon hain ye bhagam bhag
ReplyDeleteSundar Chitran , humesha ki tarah innocent ::))
@ संजय जी : कभी-कभी खुद से भी बातें करना अच्छा लगता है... ऐसा महसूस होता है.... कि उस वक्त कोई पास नहीं हो... खुद से ही बोलता रहूँ.... कई वर्ष बीत गये है मुझे खुद से बातें किये हुये....
ReplyDeleteआज खुद से सारी बातें कर लेनी है....बहुत कुछ कहना है दिल से.....
यूँ तो आने वाले नए प्रश्नों के भी ,
सारे उत्तर हैं मेरे पास ...
मगर पहले ,
अधूरे प्रश्नों को आज मुझे हल करने दो......
बहुत पसन्द आया
ReplyDeleteहमें भी पढवाने के लिये हार्दिक धन्यवाद
बहुत देर से पहुँच पाया .............माफी चाहता हूँ..