I am Shalabh Gupta from India. Poem writing is my passion. I think, these poems are few pages of my autobiography. My poems are my best friends.
Sunday, November 28, 2010
"आज दिल की सारी बातें कहने दो .."
"बातों का यह सिलसिला चलने दो । आज दिल की सारी बातें कहने दो । कह लेना तुमभी अपने दिल की बातें , वक्त थोडा ज़रा और गुजरने दो । पहली बार ज़िन्दगीमें मिला कोई अपना , इस ख़ुशी में आज मुझे , जी भर के रोने दो । "
No comments:
Post a Comment